समय से क्रेडिट देने हेतु व किसानों की आय दोगुनी करने हेतु सहकारी बैंकों की उपलब्धता जरूरी -डीएम

ग्रामीण/ कृषको का लगाव सहकारी बैंकों से ज्यादा- जिलाधिकारी

ईमानदार किसी को बनाया नहीं जाता बल्कि ईमानदारी का पालन किया जाता है- लल्लन मिश्र

उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक द्वारा ऋण वसूली व क्रेडिट के संदर्भ में समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार मैं संपन्न हुई। बैठक में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण व किसान राष्ट्रीय बैंक की तुलना में सहकारी बैंक से ज्यादा लगाव महसूस करता है। सहकारी बैंकों की सरलता उन्हें आकृष्ट करती है।ग्रामीण व कृषक हित हेतु पैक्स/सहकारी बैंकों को जीवित रखना जरूरी है। उन्होंने उपस्थित प्रबंधको /समिति सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी जिम्मेदारियां आपको सौंपी गई है उसे सुदृढ़ करने की कोशिश करें। आपका कार्य अच्छा है तथा उसे और बेहतर करने का प्रयास करें। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि समय से क्रेडिट देने के लिए और किसानों की आय दुगुनी करने के लिए सहकारी बैंक की उपलब्धता जरूरी है।
उक्त बैठक में जनपद में सहकारी समितियों की स्थिति, उनकी ऑडिट रिपोर्ट, ऑडिट लक्ष्य, जनपद में उर्वरक वितरण में लक्ष्य पूर्ति, गोदाम निर्माण, ऋण वसूली आदि के बारे में भी समीक्षा हुई। बैठक को संबोधित करते हुए कॉपरेटिव के चेयरमैन लल्लन मिश्र ने कहा कि आज कोऑपरेटिव जिस ऊंचाई पर है उस में उपस्थित सभी लोगों का सहयोग सराहनीय है। उन्होंने कहा कि आज आप लोगों के परिश्रम से सहकारिता को अपनी महत्वकांक्षी योजना में माननीय प्रधानमंत्री जी ने शामिल किया है। ईमानदारी से कार्य करें। ईमानदार किसी को बनाया नहीं जाता बल्कि इमानदारी का पालन किया जाता है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुज मलिक ने उपस्थित सहकारी समितियों के प्रमुखों, सहकारी बैंक के प्रबंधकों को सक्रिय रूप से कार्य करने हेतु तथा ऋण वसूली में प्रगति हेतु बधाई का पात्र मानते हुए धन्यवाद दिया। इस क्रम में कॉपरेटिव के डिप्टी चेयरमैन अवधेश प्रताप सिंह ने भी वर्तमान संदर्भ में कॉपरेटिव की स्थिति को अच्छा बताया। इस अवसर पर ए0 आर0 कोऑपरेटिव शिव जी यादव सहकारी बैंकों के प्रबंधक व संबंधित व्यक्ति मौजूद रहे ।

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