डाक टाइम्स न्यूज समाचारपत्र ब्यूरो महराजगंज ।
सुविधा के नाम पर छलावे का कारोबार, विश्वास की डोर पर टीका बैंक कारोबार के विश्वास पर भोली भाली आम जनमानस के साथ हो रहा बड़े पैमाने पर विश्वासघात।
ऑनलाइन और ऑफलाइन के इस गोरखधंधे को नहीं समझ पाते भोले भाले अनपढ़ और कम पढ़े लिखे खाताधारक होते हैं हर बार हर लेन-देन के नाम पर अवैध कारोबार करने वाले गोरखधंधा बाजों के शिकार।

विश्वास की डोर में बधा बैंक का कारोबार उपभोक्ता और बैंक के बीच विश्वास का अटूट कारोबार है लेकिन आजकल सुविधा के नाम पर बैंक बिचौलियों और दलालों के साथ-साथ ग्राहक सेवा केंद्र से किए जा रहे फ्रॉड के कारण अपने विश्वास को खोता जा रहा है ग्राहक और बैंकों के बीच शताब्दियों से चले आ रहे विश्वास की मजबूत डोर की आड़ में बैंकों द्वारा संचालित ग्राहक सेवा केंद्र आजकल ग्राहकों के गाढ़ी कमाई को ठगने का जरिया बना हुआ है और भोली भाली जनता इन बैंकों द्वारा संचालित ग्राहक सेवा केंद्र पर अपनी आधार कार्ड और अंगूठा लगाकर बार बार चले जा रहे हैं ढगने का यह कारोबार सिर्फ ऑनलाइन ही नहीं है अपितु ग्राहक सेवा केंद्र पर बकायदा ऑफलाइन कारोबार भी खूब फल फूल

रहा है। बैंकों द्वारा आवंटित ग्राहक सेवा केंद्र पर पहुंचने वाले खाताधारक जब अपनी धनराशि अपने खाते में जमा करने के लिए किसी भी ग्राहक सेवा केंद्र पर पहुंचता है तो बड़े ही चतुराई से ग्राहक सेवा केंद्र पर बैठा ग्राहक सेवा केंद्र का कर्मी धनराशि जमा करने के नाम पर खाताधारक से जमा करने वाली धनराशि ले लेता है।

और एक अवैध रजिस्टर पर खाताधारक के अंगूठे का निशान अथवा हस्ताक्षर करा देता है पुनः उक्त खाताधारक बैंक पासबुक पर उक्त धनराशि चढ़ाकर अपना एक फर्जी सिग्नेचर कर देता है लेकिन यह तमाम सारी प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं करता है ग्राहक आफ लाइन कारोबार के इस खेल को नहीं समझ पाता और बैंक द्वारा प्रदत पासबुक पर चढ़ी हुई धनराशि देखकर संतुष्ट होकर अपने घर चला जाता है इसी तरह कोई खाताधारक यदि धन निकासी करने आता है तो उक्त धनराशि से ही ऑफलाइन उक्त खाताधारक को ऑफलाइन ही धनराशि दे दी जाती है और खाताधारक कुछ भी नहीं समझ पाता। गोरखधंधे के इस खेल से पर्दा तब उठा जब ऑफलाइन हुए कारोबार से खाता धारको द्वारा प्राप्त धनराशि ग्राहक सेवा केंद्र पर कार्यरत कर्मी गमन कर लिया और ग्राहक उक्त ग्राहक सेवा केंद्र के कर्मी के पास अपनी धनराशि वापस लेने के लिए दौड़ लगाना शुरू किया ग्राहक सेवा केंद्र के ओनर और उक्त कर्मी के बीच खाता धारकों की धनराशि गमन के मामले में आपसी विवाद हो गया और मामला आईजीआरएस के माध्यम से पुलिस चौकी पहुंचा महीनों से चल रहे इस विवाद में आरोप और प्रत्यारोप का दौर ग्राहक सेवा केंद्र और ग्राहक सेवा केंद्र पर कार्यरत कर्मी के बीच अभी भी चल रहा है पुलिस किसी मुकाम पर अभी तक नहीं पहुंच पाई है। 

डाक टाइम्स समाचार पत्र के कैमरे में कैद कुछ आफ लाइन कारोबार के अवैध दस्तावेज ग्राहक सेवा केंद्र, निचलौल तहसील में स्थित अमडी़ पुल पर मदन यादव को हाल ही में आवंटित नये ग्राहक सेवा केंद्र का है जो बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा मैग्नाट कंपनी से संबंध हो संचालित किया जा रहा है इस सहज जन सेवा केंद्र के संचालक मदन यादव द्वारा निचलौल थाने के शीतला पुर पुलिस चौकी पर ऑफलाइन कारोबार से संबंधित उक्त रजिस्टर प्रस्तुत किया जो छितौना निवासी गजेंद्र यादव के ग्राहक सेवा केंद्र पर अपने कार्यकाल के दौरान उसके द्वारा कूट रचित तरीके से ग्राहकों को संतुष्ट करने के लिए उसके द्वारा तैयार किया गया था और धनराशि गमन कर ली गई थी अपने गमन को पचाने के उद्देश्य से आई०जी०आर०एस० के माध्यम से ग्राहक सेवा केंद्र मालिक गजेंद्र यादव के ऊपर खाताधारकों के गमन किए गए धन राशि का देनदारी होने का दावा किया जिसके उपरांत यह मामला पुलिस चौकी शीतला पुर के पास पहुंचा।
गोरखधंधे के इस महा घोटाले में मध्यस्थता करने पहुंचे *मैग्नाट कंपनी का कर्मी रामभवन मौर्य* मामले को दबाते हुए उपभोक्ताओं के हितों पर कुठाराघात करते नजर आया और कार्यवाही न हो की जुगत करते हुए मदन यादव के पक्ष में खड़े नजर आया डाक टाइम्स समाचार पत्र के संवाददाता से बात करते हुए उसने कहा की पत्रकारिता जगत के मान का नहीं है इस घोटाले और बैंकों के कार्य का पता लगा पाना।
अब ऐसे में जब बैंकों द्वारा अनुबंधित एजेंसियों द्वारा ही एसे भ्रष्टाचार का संरक्षण किया जा रहा है तो क्यों कोई बैंकों पर विश्वास करें। फिलहाल खाताधारक सावधान रहें।

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