बताते चले वेटरनस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, किसान मोर्चा रामचन्द्र सिंह द्वारा भारत के राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविद जी, प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सीडीएस विपिन रावत से सम्बन्धित एक ज्ञापन बिन्दबासनी राय, उपर जिलाधिकारी, कुशीनगर को सौपते हुए अगवत कराये है कि भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अन्तर्गत सैन्य मामलो के विभाग (डीएमए) के सचिव के कार्यालय द्वारा भारत के तीनों अंगों के सैनिको, जूनियर कमिशंड अधिकारी एवं कमीशंड अधिकारियों के सेना निवृति की आयु एवं उनके पेंसन के संशोधन हेतु सीडीएस जनरल विपिन रावत द्वारा संस्तुत किया गया प्रस्ताव जो भेजा गया है वह सेना के तीनों बलों के सैन्य कर्मचारियों के खिलाफ है। उक्त प्रस्ताव द्वारा रक्षा मंत्रालय ने सैनिको, जूनियर कमिशंड अधिकारी एवं कमीशंड अधिकारियों के सेवा निवृति की आयु को संशोधन कर समय से पूर्व सेवा निवृति (Premature Retirement) पर नई पेंशन नीति लागू किये जाने का प्रकरण प्रस्तुत किया गया हैं, जिससे सेना के कुछ पदों पर कार्यरत अधिकारियों के अलावा सभी पदों पर कार्यरत सैन्य कर्मियों को पेंशन मे भारी नुकसान होगा। उक्त के अतिरिक्त सेना के कुछ विभागों (Corps / Regiments) मे जूनियर कमिशंड अधिकारी / अन्य रैंकों की सेवा अवधि 57 वर्ष रखी गयी है वही पर देश के बहादुर जवानो एवं जूनियर कमिशंड अधिकारी जो सियाचिन ग्लेसियर, कार्गिल एवं दुर्गम पहाडियों व देश के विभिन्न सीमाओ पर अपने पराक्रम एवं प्राणों की बाज़ी लगाकर देश की रक्षा करते है उन्हें इस आयु सीमा के लाभ से वंचित रखा गया है जो सेना मे एक भेद भाव की स्थिति को दर्शाता है एवं पूरी पेंशन हेतु 35 वर्ष या उससे अधिक के सेवा काल का प्रावधान भी पूर्णतः अमानवीय एवं अप्रासंगिक हैं| आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया है कि पूर्व सैनिक संगठन वेटरनस एसोशिएसन रक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गये उक्त प्रस्ताव को पूर्णतः अस्वीकार करता है तथा इसका घोर विरोध भी करता है और महामहिम राष्ट्रपति जी से अनुरोध के साथ माँग करता है कि इस प्रस्ताव को शीघ्र खारिज करे और यदि कुछ करना है तो देश के बहादुर सैनिको के बेहतरी के लिये कुछ नए नियम व क़ानून बनाए जाए। अन्त में श्री सिंह ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया है कि सैनिको के हितों की रक्षा हेतु यदि उक्त प्रस्ताव शीघ्र निरस्त न किया गया तो इसके विरोध मे पूर्व सैनिक संगठन वेटरनस एसोशिएसन यह संकल्प करता है कि शांतिपूर्वक सभी निर्धारित नियमों का पालन करते हुए राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करने के लिये बाध्य होगा जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी। इस मौके पर जवाहर प्रसाद, अशोक कुमार, प्रदीप के साथ साथ अन्य लोग मौजूद रहे।