खड्डा/कुशीनगर: छितौनी बगहा रेल पुल के पास मौनी अमावस्या को आयोजित होने वाले नारायणी समाजिक कुम्भ के दूसरे दिन संतों ने स्नान करने के बाद मंत्रोचार के बिधिवत नारायणी पूजन हुआ। ब्रह्मदेव तिवारी ने पूजन सम्पन्न कराया।
नारायणी समाजिक कुम्भ के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश व बिहार से आये साधु संतों ने रामनयनदास के अध्यक्षता में संतों ने नारायणी के महत्व पर चर्चा के बाद ॐ की ध्वनि के साथ प्रस्ताव पारित किया जिसकी प्रति सरकार को भी भेजा जाएगा। इसके बाद सामाजिक कुम्भ के समापन हुआ। इस अवसर पर आए हुए अतिथियों को नारायणी नदी के पवित्र जल को देते हुए आयोजन समिति ने एक लाख परिवारों में पवित्र जल पहुंचाने के उद्देश्य को पूरा किया।
मण्डलेश्वर राजेश्वरानंद महराज प्रस्ताव ने प्रस्ताव भाषण में कहा कि जाति-पाति व अश्पृश्यता, गौ पालन व आयूर्वेद को महत्व देने,संस्कार युक्त शिक्षा पद्धति पर बल देना,नाशमुक्त समाज के निर्माण, तुलसी, नीम, पीपल लगाने,निर्धन कन्याओं के विवाह में सहयोग बल, मां नारायणी के नाम पर ट्रेन का संचालन, पनियहवा को बड़े पर्यटन व धार्मिक स्थल के रूप में बिकसित करने पर बल देंना चाहिये।
प्रस्ताव के समर्थन में जोगियां मठ के मंहथ रामबालक दास ने कहा कि सामाजिक कुंभ सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं व राजनितिक दृढ़ इच्छाशक्ति से लिये निर्णयों की सराहना करते हुए दूरगामी मानता है।
संयोजक मनोज कुमार पांडेय ने अतिथियों, संतों,श्रद्धालुओं के प्रति आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर गोरखदास महाराज,लालबहादुर शास्त्री, महेशदास, बालक दास, कुंजबिहारी दास, महेशदास महाराज, बलरामदास,परमेश्वर दास,अमरदास महराज, कमलेश्वर दास ,रोशनलाल भारती, हरेराम, अनुराग प्रताप सिंह, प्रभाकर पांडेय,विकास सिंह, नरेंद्र चौरसिया,पिंटू मिश्र,जयप्रकाश सिंह, संदीप भारती आदि लोग उपस्थित थे।