सकुशल त्योहार संपन्न कराने के बाद पुलिस ने ली राहत की सांस
मुस्लिम समाज के लोगों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर पर अदा की नमाज
गोरखपुर। मुस्लिम समाज का पवित्र महीना रमजान एक माह रोजा रखने के बाद रोजेदार ईद की नमाज अदा करने के लिए ईदगाह व मस्जिद में जाकर नमाज अदा करते हैं जो सदियों से चला आ रहा है लेकिन इस बार कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 17 मई तक आंशिक कर्फ्यू लगा रखा है ऐसे में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार मस्जिद में सिर्फ 5 लोगों को ही नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई है। जिसका अनुपालन कराने के लिए अधिकारी सुबह 5:00 बजे से ही विभिन्न थाना क्षेत्रों में ईदगाह व मस्जिद के पास मुस्तैदी से लगे रहे । क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ रत्नेश सिंह ने अपने सर्किल के गोरखनाथ और शाहपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न मस्जिदों और ईदगाह पर लगातार भ्रमण करते रहे । बरहाल मुस्लिम समाज के लोगों ने भी कोरोना संक्रमण महामारी को देखते हुए घर पर ही नमाज पढ़ने का फैसला लिया जिसको देखते हुए अधिकारियों ने भी मुस्लिम समाज के लोगों की प्रशंसा की । संक्रमण के दौरान लोगों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए घर पर ही नमाज पढ़ना बेहतर समझा । मस्जिद और ईदगाह पर सिर्फ 5 लोग ही पहुंच कर नमाज को अदा किया गया । ज्यादातर लोगों ने घर पर ही ईद उल फितर की नमाज अदा कर के लोगों को फोन व्हाट्सएप फेसबुक इंस्टाग्राम वह वीडियो कॉलिंग के जरिए ईद की मुबारकबाद दी।
क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ रत्नेश सिंह ने कहा कि ईद उल फितर का त्यौहार सकुशल संपन्न हो गया । कहीं से भी किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं मिली। बरहाल अधिकारियों द्वारा धार्मिक गुरुओं व संभ्रांत नागरिकों के साथ बैठक का फल मिला कि लोगों ने घर पर ही नमाज अदा करना बेहतर समझा।